Mathura मां की लाश के सामने ही गिद्धों की तरह जायदाद को लेकर लड़ते रहे बेटे-बेटियां

पहले प्रॉपर्टी का बंटवारा हुआ,फिर मां का दाह संस्कार हुआ, घर मे 24 घंटे से ज्यादा रखा रहा मां का शव पुलिस ने दिलाई मुखाग्नि 

Mother Day का दिन हुआ शर्मसार 

उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा के मौहल्ला द्वारिकापुरी मे संपत्ति के बंटवारे को लेकर मां की लाश 24 घंटे से ज्यादा रखी रही,बेटा और बेटियां लड़ते रहे, बेटे योगेश चौधरी ने अपनी मां की हत्या का इल्ज़ाम अपनी तीनो सगी बहनो आशा, आभा और अरुणा पर लगाते हुए 112UttarPradesh को सूचना दी। पुलिस मौक़े पर पहुँची तो मामला सम्पत्ति बंटवारे का निकला।


बेटा बोला :- लड़कियों का कोई हक़ नहीं होता।



पुलिस के सामने पुत्र योगेश ने कहा की बेटियों का संपत्ति मे कोई हक़ नहीं होता, सारी सम्पत्ति बेटे की होती है । वही तीनो बेटियां भी खुलकर सामने आई। इनका कहना था की मां की मौत होते ही भाई प्रकट हो गया है, जीवित रहते भाई ने मां की कभी सुध नहीं ली।


पति IB मे अफसर रहे, करोड़ों की संपत्ति।


पुलिस की जांच में पता लगा ब्रह्मा देवी के पति ओमकार चौधरी कस्टम विभाग में अधिकारी थे। ब्रह्मा देवी की तीन बेटी आशा, आभा और अरुणा जबकि दो बेटे अशोक व योगेश चौधरी हैं। बड़े बेटे अशोक चौधरी हाईकोर्ट में अधिवक्ता थे। उनकी 19 जनवरी को ही मृत्यु हुई थी। अरुणा के पति आइबी में हैं, वे परिवार के साथ जनकपुरी, अलीगढ़ में रहती हैं। वहीं, आशा चौधरी पति के साथ द्वारिकापुरी में ही रहती हैं। आभा मेरठ स्थित ससुराल को छोड़कर मां और भाई अशोक चौधरी के साथ द्वारिकापुरी में ही रहती हैं। मकान को लेकर योगेश व उसकी बहनों में विवाद चल रहा है।


बड़े बेटे की मृत्यु पर भी हुआ था विवाद।


19 जनवरी को वृद्धा के साथ रह रहे बड़े बेटे अशोक चौधरी की मृत्यु हुई थी। उनकी मौत पर भी भाई-बहनों में अंतिम संस्कार को लेकर घंटों विवाद हुआ था। बाद में किसी तरह से पुलिस ने शव का अंतिम संस्कार करवाया। 



पत्रकार वसीम अहमद

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